सिद्धि विनायक गणपति के मंत्र प्रयोग


सिद्धि विनायक गणपति के मंत्र प्रयोग
सिद्धि विनायक गणपति की प्राण प्रतिष्ठा कर घर में अपने पूजा स्थल में रखकर नित्य पूजा करने मात्र से घर में धन की वृद्धि होने लगती है |समस्त प्रकार के मनोवांछित भौतिक सुख साधन प्राप्त होने लगते हैं |इसके अतिरिक्त गृहस्थी की अनेक विघ्न बाधाएं दूर करने तथा अभिलाषित  प्राप्तियों के लिए सिद्धिविनायक गणपति के नीचे दिए गए मंत्रों के विधि अनुसार जाप करने से निश्चित ही साधक को अभीष्ट फल की प्राप्ति होगी | इसमें कोई शंका नहीं है  |
  1. कन्या के विवाह मेंअनावश्य विलम्ब एवं बाधा को दूर करने हेतु उस कन्या को सिद्द्धि विनायक गणपति पर ” ॐ हेरम्ब  गनपतयै नमः “ मंत्र के साथ दुर्वाकुर चढाते  हुवे प्रतिदिन एक माला के जप कर अंत में नमस्कार करें |  108 दिन के प्रतिदिन प्रयोग के कन्या को शीघ्र हीओग्य वर की प्राप्ति होती है |

  1. कार्य सिद्धि हेतु– गणपति की  नियमित विधि विधान से पूजा करके मोदकार्चन के साथ  ” ॐ मोदक प्रियाय नमः ” मंत्र के जप करने से मनोवांछित कार्यो में सिद्धि प्राप्त होती है |

  1. साक्षात्कार में सफलता प्राप्ति के लिए– गणपति जी की प्रतिमा पर दूब चढ़ाकर प्रतिदिन ” ॐ गुणप्राघाय नमः ” की माला प्रतिदिन जप करने से निश्चित सफलता मिलती है |

  1. सुख सौभाग्य वृद्धि के लिए–  सिद्धि विनायक गणपति की प्रतिमा पर प्रतिदिन पुष्पमाला चढ़ाकर
” ॐ गजाननाय नमः ” मंत्र की एक माला प्रतिदिन जप करे तो सर्व प्रकार सुख सौभाग्य की वृद्धि होती है |

  1. ऋण मुक्ति के लिए–  सिद्धि विनायक गणपति पर प्रतिदिन दूध मिश्रित जल चढ़ाकर नित्य
” ॐ ऋण मोचनाय गनपतयै नमः “ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जप करे से व्यक्ति शीघ्र ऋण से उन्मुक्त हो जाता है |

  1. शत्रुनाश के लिए– गणपति जी पर  ” ॐ विघ्न राजाय नमः ” मंत्र की 11 मालाओं के नित्य जाप करे |

7.परीक्षा में सफलता प्राप्ति के लिए – परीक्षा में सफलता के लिए गणपति के घृत का दीपक जलाकर नित्य एक माला ” ॐ गुणप्रवणवर्धनाय नमः ” मंत्र के जाप करे  |


  1. दांपत्य सुख में आई बाधा दूर करने के लिए – सिद्धि विनायक गणपति पर की प्रतिमा के आगे शुद्ध घृत का दीपक जलाकर नित्य “ ॐ गणप्रीति विवर्धनाय नमः “ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जप करने से पति –पत्नी का आपसी मतभेद शीघ्र दूर होकर मधुर सम्बन्ध स्थापित होते है |

  1. लक्ष्मी प्राप्ति के लिए – सिद्धि विनायक गणपति की पंचोपचार पूजा के बाद “ ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वरवरदसर्वजनम में वशमानयस्वाहा “मंत्र की नित्य एक माला के जप करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है |

  1. क्लेश दूर करने के लिए – सिद्धि विनायक गणपति की मूर्ति पर जल एवं पुष्प चढ़ाकर “ ॐ विघ्न विनाशिन्यै नमः “ मंत्र की प्रतिदिन 11 मालाओं के जप करने से शीघ्र क्लेश दूर होते है |

  1. स्वास्थ्य लाभ के लिए – सिद्धि विनायक गणपति की मूर्ति के आगे घृतका दीपक जलाकर “ ॐ ह्रीं ग्रीं ह्रीं “मंत्र की प्रतिदिन 11 मालाओं के जप करने से शीघ्र रोग से मुक्त होकर शीघ्र ही आरोग्यता प्राप्त करता है |

  1. विवाद में विजय प्राप्त करने के लिए – सिद्धि विनायक गणपति को ताम्बूल चढ़ाकर उसका प्रसाद ग्रहण कर स्वयं ताम्बूल चढाते हुए “ ॐ हस्ति पिशाची लिखे स्वाहा “ मंत्र के 1000 जप करने से विवाद में विजय प्राप्त होती है |
  2.  समृद्धि एवं वैभव प्राप्ति के लिए – सिद्धि विनायक गणपति को प्रतिदिन लाजा चढ़ाकर “ ॐ ऐश्वर्यदाय नमः “ मंत्र की प्रतिदिन 11 मालाओं के जप करने से शीघ्र समृद्धि एवं वैभव की प्राप्ति होती है |
  3. व्यापार वृद्धि के लिए – अपने प्रतिष्ठान पर सिद्धि विनायक गणपति की प्रतिमा की स्थापना कर प्रतिदिन धुप दीप के सात हरे रंग के मूंग चढ़ाकर नित्य “ॐ विष्णुप्रियाय नमः “ मंत्र की एक माला प्रतिदिन जाप किया करें | व्यापर में आश्चर्यजनक प्रगति होती जायेगी |

15 – वशीकरण के लिए – सिद्धि विनायक गणपति की नित्य पूजा कर कोई स्त्री या पुरुष जिसे अपने वश में करना चाहता है उसका नाम इस मंत्र के अमुक शब्द के स्थान पर जोड़ते हुए 4 दिन तक 11 माला प्रतिदिन जाप करने पर इच्छित व्यक्ति वश में हो जाता है | मंत्र इस प्रकार है |  “ ॐ शिप्र गणपतयै अमुकं वश्य कुरु कुरु स्वाहा | “

लेखक –          ज्योतिर्विद्ः घनश्यामलाल स्वर्णकार|
अधिक जानकारी के लिये परामर्श करें ज्योतिर्विद् घनश्यामलाल स्वर्णकार  से।

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