ग्रह करवाते हैं आप की बदली ( Transfer )
प्रायः सरकारी कर्मचारी ज्योतिषियों से पूछते रहते हैं कि हमारी बदली कब होगी ? अनुकूल बदली होगी या प्रतिकूल ? ज्योतिष की दृष्टि से बदली दो प्रकार की होती है - इच्छित और अनिश्चित जन्म कुंडली के चतुर्थ भाव के स्वामी या चतुर्थ भाव से संबंधित ग्रहों की दशाओं में बदली के योग बनते हैं चतुर्थ भाव या चतुर्थ भाव से संबंधित ग्रह शुभ हो तो उचित स्थान पर स्थानांतरण होता है और अशुभ ग्रह होने पर प्रतिकूल स्थान पर स्थानांतरण होता है | गोचर में मंगल व सूर्य भी बदली के योग बनाते हैं | यदि मंगल में सूर्य जन्म कुंडली के दशम भाव अथवा प्रथम भाव पर गोचर से परिभ्रमण करते हैं तब स्थानांतरण के योग बनते हैं | कुंडली के चतुर्थ भाव व सप्तम भाव पर भी मंगल व सूर्य का भ्रमण बदली के योग बनाते हैं | परंतु दशम भाव व प्रथम भाव को अधिक महत्वपूर्ण माने गए हैं | जन्म कुंडली में स्थित सूर्य से शनि ग्रहों का संबंध होने पर जातक की प्रतिष्ठा को धक्का पहुं...