दीपावली व लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त




दीपावली महापर्व व श्री महालक्ष्मी का पूजन कार्तिक कृष्ण अमावस्या में प्रदोष काल एवं अर्द्धरात्रि व्यापिनी हो , तो विशेष रूप से शुभ होती है।

लक्ष्मी पूजन, दीपदान आदि के लिए प्रदोष काल ही विशेष रुप से शुभ माना गया है

इस वर्ष कार्तिक अमावस्या सोमवार 24 अक्टूबर 2022 ईस्वी को सायं 5 -28 के पश्चात प्रदोष , निशीथ वह महानिशीथ व्यापिनी होगी । अतः इसी दिन दीपावली मनाई जाकर लक्ष्मी पूजन किया जाएगा। सायं दीपावली पर्व चित्रा नक्षत्र, विष्कुंभ योग, कन्या राशिस्थ चंद्रमा तथा अर्धरात्रि व्यापिनी अमावस्या युक्त होने से बहुत ही शुभ, सुख-शान्ति व समृद्धि दायक है।


दीपावली व लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त

( राजस्थान, जयपुर व निकटवर्ती क्षेत्रों के सूर्यास्त के समयानुसार)

प्रदोष काल - 5-47 से रात्रि 8-21 बजे तक,

वृष लग्न - रात्रि 7-03 से रात्रि 9-00 बजे तक,

सिंह लग्न - अर्द्धरात्र्योत्तर1-33 से 3 - 49 तक ,

चौघड़िया मुहूर्त - चर का चौघड़िया सायं 5 - 47 से रात्रि 7 - 23 तक ,

लाभ का चौघड़िया - रात्रि 10 - 35 से रात्रि 12 - 11 तक तथा शुभ व अमृत पूर्वार्द्ध चौघड़िया अर्द्धरात्र्योत्तर 1 - 47 से अंतरात्रि    4 - 15 तक। ( रात्रि 4 - 15 के बाद खण्डग्रास सूर्य ग्रहण का सूतक प्रारम्भ हो जायेगा। ) ।

पूजन का सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त -- रात्रि - 7 - 15 से रात्रि 7 - 28 तक , जिसमें प्रदोष काल , वृष का स्थिर लग्न तथा कुम्भ का स्थिर नवांश भी रहेगा ।( उपरोक्त 13 मिनट ‌की अवधि में पूजन प्रारंभ हो जाना चाहिए।)





ज्योतिर्विद् : घनश्यामलाल स्वर्णकार

संस्थापक ,प्रबंध निदेशक एवं एवं सचिव

श्री रामानुज ज्योतिष एवं वास्तु अनुसंधान केंद्र जयपुर ( राजस्थान )

9414047008 , 7023847008

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