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Showing posts from April, 2021

।। बसंत‌ नवरात्रा पर घट् स्थापना का मुहूर्त ।।

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 चैत्र शुक्ल प्रतिपदा मंगलवार दिनांक 13 अप्रैल 2021 से बसंत नवरात्रा प्रारंभ हो रहें हैं । देवी पुराण व तिथि तत्व में नवरात्रा पर देवी का आह्वान व घट् स्थापना के लिए प्रातःकाल का ही समय श्रेष्ठ बताया गया है। इसमें द्विस्वभाव लग्न की विशेष महत्ता है । प्रात:काल का समय सूर्योदय से 10 घटि अर्थात 4 घंटे के समय को प्रातः काल कहा जायेगा । स्थान विशेष के अक्षांश और देशांतर के अनुसार सूर्योदय का समय भिन्न-भिन्न होगा । जयपुर (राज०) में 13 अप्रैल 2021 को सूर्योदय 6-09 बजे होगा । द्विस्वभाव मीन का लग्न प्रातः 6-12बजे तक ही है ।जो बहुत ही अल्प समय है। प्रातः काल का समय 6-09 + 4- 00 = 10-09 बजे तक है। अतः मिथुन का द्विस्वभाव लग्न जो प्रातः 9-46 से दोपहर 12-00 बजे तक तथा अभिजित का समय दोपहर 12-02 से दोपहर 12-52 तक ‌है , में भी घट् स्थापना कर सकते हैं।‌ नवरात्रा में चौघड़िया का विचार घट्स्थापना में शास्त्र सम्मत् नहीं है। इस प्रकार स्थानीय सूर्योदय के अनुसार अलग-अलग स्थानों का‌ समय गणित के अनुसार अलग-अलग होगा। ज्योतिर्विद् : घनश्यामलाल स्वर्णकार संस्थापक ,प्रबंध निदेशक एवं एवं सचिव श्री रामानुज ...

सोमवती अमावस्या को कैसे करें पूजन एवं दान ?

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  सोमवार युक्त अमावस्या को सोमवती अमावस्या कहते हैं | गणित की प्रायिकता सिद्धांत के अनुसार वर्ष में एक या दो बार ही सोमवार के दिन अमावस्या हो सकती है | कभी-कभी किसी वर्ष में 3 भी हो जाया करती है | परंतु समय चक्र के अनुसार अमावस्या को सोमवार के दिन होना बिल्कुल अनिश्चित है | स्कंद पुराण के अनुसार सोमवार और अमावस्या का योग कभी-कभी होता है | विशेषकर सोमेश्वर महादेव की पूजा अर्चना करने से कोटि यज्ञों के फल के बराबर बताया गया है | सोमवती अमावस्या को तीर्थ-स्नान, जप, पाठ एवं ब्राह्मणों को भोजन, वस्त्र, दक्षिणादि सहित दान करना विशेष पुण्यप्रद माना गया है | पुनश्च इस बार 12 अप्रैल 2021 को हरिद्वार कुंभ का भी विशेष उत्सव एवं अवसर है | कुंभ के दौरान सोमवती अमावस्या का दिन बहुत ही पवित्र माना गया है | इस दिन नागा साधुओं द्वारा शाही स्नान किया जाता है, सनातन धर्म की मान्यताओं के अनुसार सोमवती अमावस्या का एक विशेष महत्व भी है | सोमवती अमावस्या के दिन महिलाएं तुलसी माता की 108 परिक्रमा लगाते हुए कोई भी वस्तु का दान करने का संकल्प भी लेती है | सोमवती अमावस्या के योग में चंद्रमा, अश्विनी, कृत...